झज्जर, 13 जून
कोरोना महामारी से बचाव के लिए स्वास्थ्य प्रबंधों के साथ ही अब कोरोना वैक्सिनेशन प्रक्रिया स्वास्थ्य सुधार में सहायक है। ऐसे में झज्जर जिला में चल रहे वैक्सिनेशन प्रक्रिया में 18 साल की आयु से अधिक हर वर्ग के लोगों को भागीदार बनते हुए मजबूत सुरक्षा चक्र का निर्माण करना है। यह बात सिविल सर्जन डा.संजय दहिया ने कही। डा.दहिया ने कहा कि कोरोना से बचाव में वैक्सीनेशन कारगर हैं और सभी को स्वैच्छिक टीकाकरण में अपनी उपलब्धता सुनिश्चित करते हुए कोरोना संक्रमण फैलाव को रोकने में आगे आना होगा।
सिविल सर्जन डा.संजय दहिया ने कहा कि कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए टीकाकरण एक सशक्त माध्यम है। जिले की जनता को बिना किसी डर के वैक्सीनेशन करवाना चाहिए। टीकाकरण से स्वास्थ्य पर कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ता, कोविशील्ड व को वैक्सीन का समान प्रभाव है।
सीएमओ ने बताया कि टीकाकरण करवाने के लिए अब पहले की अपेक्षा ज्यादा उत्साह देखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि टीकाकरण का कार्य झज्जर जिला के शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के साथ ही विशेष मेगा कैंप तथा ड्राइव थ्रू वैक्सिनेशन कैंप के माध्यम से जारी है। वैक्सिनेशन करवाने के लिए युवाओं व अन्य लोगों को प्रशासन की ओर से प्रोत्साहित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन के साथ-साथ हमें कोविड प्रोटोकॉल नियमों की भी शत-प्रतिशत पालना करनी है। यह वैक्सीन शत-प्रतिशत सुरक्षित एवं प्रभावी है। उन्होंने कहा कि 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों को टीकाकरण करवाने के लिए क्षेत्र में स्थाई कैंप लगाने की व्यवस्था भी जरूरत अनुसार की जाती है ताकि वे इन स्थानों पर जाकर वैक्सीनेशन करवा सके। उन्होंने कहा कि निर्धारित मापदंडों के तहत प्रत्येक व्यक्ति को वैक्सीन लगवाना हमारा दायित्व एवं कर्तव्य है और इसे हम पूर्ण रूप से लगवाने का काम करेंगे। वैक्सीन को लगने के बाद सम्बन्धित व्यक्ति पर कोरोना का ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ता। वैक्सीन के लगने के बाद शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। जिन लोगों को यह वैक्सीन लग रही है वे वैक्सीन लगने के बाद भी प्रोटोकोल नियमों की पालना जैसे मास्क पहनना, सोशल डिस्टेंसिग व सैनिटाइजेशन नियमित रूप से करते रहें।