संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस: कई अहम मुद्दों पर बोले विदेश मंत्री जयशंकर व ब्लिंकन

नई दिल्ली, एएनआइ। अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन व भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को आयोजित संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों के मजबूती का संकेत दिया। ब्लिंकन से बातचीत के बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, ‘हमारा दि्वपक्षीय संबंध उस स्तर तक पहुंच गया है जिससे हम मिलकर बड़े मुद्दों से डील कर सकते हैं।’ कोविड मामले को स्वाभाविक तौर से प्राथमिकता बताते हुए जयशंकर ने कहा कि क्षेत्रीय और वैश्विक चुनौतियों से प्रभावी तरीके से निपटने के लिए ब्लिंकन के साथ यह मुलाकात अहम पड़ाव है।

दो दिवसीय दौरे पर भारत आए अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने आज अपने भारतीय समकक्ष एस जयशंकर से मुलाकात की। उन्होंने कहा, ‘हमने जो साथ में काम किया और आने वाले समय में जो करेंगे उसकी सराहना करात हूं।’  इससे पहले उन्होंने सिविल सोसायटी आर्गेनाइजेशन के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की थी। इसके बाद ब्लिंकन ने ट्वीट कर कहा, ‘लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति प्रतिबद्धता को भारत और अमेरिका साझा करते हैं और यही हमारे बीच संबंध की आधारशिला है जो भारत के बहुलवादी समाज को दर्शाता है।’ आज सुबह ही ब्लिंकन ने राष्ट्रीय सुरक्षा सचिव (NSA) अजीत डोभाल से साउथ ब्लॉक जाकर मुलाकात की।

इस दौरान कोविड-19 और इंडो-पैसिफिक समेत अनेकों अहम मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। ब्लिंकन के आने से भारत-अमेरिका के के बीच वर्ष 2024 तक द्विपक्षीय रिश्तों को नई दिशा मिलने की उम्मीद की जा सकती है।

जयशंकर और ब्लिंकन के बीच बैठक में क्षेत्रीय मुद्दे भी उठेंगे। दोनों पक्षों की तरफ से बताया गया कि अफगानिस्तान की स्थिति एक बड़ा मुद्दा होगा। साथ ही चीन व भारत के बीच सैन्य तनाव का मुद्दा भी उठने की संभावना है। अमेरिकी पक्ष रक्षा मुद्दों को लेकर ज्यादा जोर दे रहा है। इस बात का प्रमाण उसके विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी बयान है।

ब्लिंकन आज प्रधानमंत्री मोदी को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन का संदेश देंगे। यह संदेश खास तौर पर क्वाड देशों (भारत, अमेरिका, जापान, आस्ट्रेलिया) के प्रमुखों की बैठक से संबंधित होगा। इन नेताओं के बीच सितंबर, 2021 में होनेवाली बैठक को लेकर दोनों देशों के बीच संपर्क जारी है। भारत व अमेरिका के विदेश मंत्रियों की बैठक में भी क्वाड से जुड़े मुद्दे काफी अहम रहने वाले हैं।

सूत्रों के अनुसार अब दोनों देशों के बीच लगातार संपर्क का सिलसिला जारी रहेगा। ब्लिंकन के भारत दौरे के बाद बाद अमेरिकी सेना के स्पेशल आपरेशंस कमांड के कमांडर जनरल रिचर्ड डी क्लार्क भारत आ रहे हैं। इसके बाद अगस्त के पहले हफ्ते में अमेरिकी सेना प्रमुख जेम्स मैककोन विले भी भारत आएंगे। इन तीनों शीर्ष अधिकारियों की यात्राओं से दोनों देशों के बीच होने वाली आगामी टू प्लस टू (रक्षा व विदेश मंत्रियों की) वार्ता की जमीन तैयार होगी।