मेरा पानी -मेरी विरासत योजनाः फसल विविधिकरण अपनाएं सात हजार प्रति एकड पाएः एसडीएम विशाल ः मेरा पानी-मेरी विरासत व मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर 25 जून तक पंजीकरण करना होगा पिछले वर्ष के धान के खेत को इस सीजन में खाली रखने पर मिलेगा योजना का लाभ

दो टूक न्यूज झज्जर
जल संरक्षण की नीति और फसल विविधिकरण को बढ़ावा देने के लिए हरियाणा सरकार इस वर्ष भी मेरा पानी-मेरी विरासत योजना को लागू रखने की स्वीकृति प्रदान की है। यह जानकारी एसडीएम विशाल कुमार ने देते हुए बताया कि योजना के तहत जिन किसानों ने पिछले वर्ष अपने खेत में धान फसल की रोपाई की थी और इस वर्ष उसी खेत में वैकल्पिक फसल जैसे मोठ, उड़द, सोयाबीन, ग्वार, तिल, मूंगफली, अरंडी, खरीफ प्याज और खरीफ मौसम की चारा फसलें तथा कपास, मक्का, अरहर, मूंग व विभिन्न सब्जियों की खेती करता है, पशुचारा या फिर खाली रखने पर उक्त किसान को  सात हजार रुपए प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी।
विशाल कुमार ने बताया कि इस योजना के तहत दी जाने वाली सात हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि को दो किस्तों में दी जाएगी। पहली किस्त संबंधित कमेटी द्वारा खेत का भौतिक सत्यापन करने के बाद दो हजार रुपए प्रति एकड़ तथा दूसरी किस्त मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल के माध्यम से फसल की बिक्री के दौरान सत्यापित होने पर पांच हजार रुपए प्रति एकड़ की दर से दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि इस बार मेरा पानी-मेरी विरासत योजना से बाजरा फसल को बाहर कर दिया गया है। इस योजना के तहत किसानों को धान के स्थान पर वैकल्पिक फसलों जैसे कपास, मक्का, दलहन, मूंगफली, तिल, ग्वार, अरण्ड, सब्जियां व फल की बिजाई करनी होगी, जिसके फलस्वरूप प्रति एकड़ सात हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि देने का प्रावधान किया गया है।
इस योजना की विस्तार से जानकारी देते हुए एसडीएम ने बताया कि जिन किसानों ने पिछले वर्ष अपने धान के क्षेत्र को वैकल्पिक फसलों द्वारा विविधिकरण किया था तथा चालू खरीफ सीजन में भी यदि वे उस क्षेत्र में वैकल्पिक फसलों की बिजाई करते हैं तो उन्हें भी प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। इस योजना के अंतर्गत जो किसान पिछले वर्ष धान बिजित क्षेत्र में चारे की फसल लेते हैं व अपने खेत को खाली रखते हैं। उन्हें भी प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी। इस योजना का लाभ लेने के लिए इच्छुक किसानों को मेरा पानी-मेरी विरासत व मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर आगामी 25 जून 2021 तक पंजीकरण करना होगा। कृषि विभाग के उपनिदेशक डॉ इंद्र सिंह ने बताया कि पंजीकरण के लिए पोर्टल जल्द ही खुल जाएगा। उन्होंने बताया कि किसान भाई विभाग के टोल फ्री नंबर 1800-180- 2117 पर सुबह नौ बजे से शाम बजे तक कि सी भी कार्य दिवस में सपंर्क कर जानकारी ले सकते हैं।