हरियाणवी संस्कृति देश की अमूल्य संस्कृति में से एक है : महाबीर गुड्डू

 झज्जर में विख्यात लोक कलाकार महाबीर गुड्डू का जनसंपर्क अधिकारियों ने किया अभिनंदन
झज्जर, 24 जुलाई

हरियाणा कला परिषद हिसार के अतिरिक्त निदेशक एवं विख्यात लोक गायक महाबीर गुड्डू ने कहा कि हरियाणवी संस्कृति देश की अमूल्य संस्कृति में से एक है। इस लोक शैली के विस्तार में हरियाणा सरकार उल्लेखनीय योगदान देते हुए कला संस्कृति को बढ़ावा प्रभावी रूप से दे रही है। अतिरिक्त निदेशक महाबीर गुड्डू शनिवार को झज्जर में हरियाणवी लोक संस्कृति को लेकर युवा शक्ति को जागरूक कर रहे थे। झज्जर लघु सचिवालय स्थित कार्यालय में पहुंचने पर डीआईपीआरओ राजन शर्मा व एआईपीआरओ दिनेश कुमार ने विख्यात लोक गायक महाबीर गुड्डू का गुरू पूर्णिमा के पावन अवसर पर अभिनंदन किया।
कला संस्कृति को समर्पित जीवन जी रहे कलाकार महाबीर गुड्डू ने कहा कि वे हरियाणवी संस्कृति को आगे बढ़ाने में पूर्ण प्रयासरत हैं। उन्होंने धोती, कुर्ता व खंडवा पहनकर मंच पर शिव गायन करते हुए कला संस्कृति को ही अपना धर्म व कर्म बताया। उन्होंने कहा कि वे अपना सौभाग्य मानते हैं कि भगवान के आदेश पर वे मंच पर कला संस्कृति के प्रचार प्रसार में माध्यम बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि बम लहरी को हरियाणा ही नहीं, देश-विदेश में भी अलग पहचान उन्हें दिलाई है। गुड्डू कहते हैं कि हरियाणा की कला-संस्कृति बहुत समृद्ध है और ज्ञान का संगम है। कला-संस्कृति से जो व्यक्ति दिल से जुड़ जाता है, वह कभी बुरे कर्म नहीं करेगा। हमारे बुजुर्ग रागनियां व सांग सुनते थे इसलिए उनमें आपसी प्यार, भाईचार, ईमानदारी, सात्विकता, सत्यता थी। उन्होंने कहा कि हरियाणवी संस्कृति कला शैली से सराबोर है और युवा शक्ति को हरियाणवी संस्कृति की अमिट छाप दिखाते हुए हरियाणा सरकार पूर्ण रूप से संस्कृति के प्रचार प्रसार में अतुलनीय भूमिका निभा रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के मार्गदर्शन में वे कला परिषद के अतिरिक्त निदेशक के रूप में जो जिम्मेवारी सौंपी गई है उसे वे प्रभावी रूप से निभाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि कलाकारों व कला परिषद के बीच की मजबूत कड़ी बनाते हुए कला संस्कृति को व्यापक स्तर पर प्रचार करने में भागीदार बनेंगे।