सुंदरकांड पाठ के दौरान श्रद्धालुओं से आह्वान – मंदिर बाबा कांशीगिरि में 58वां आयोजन

मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम का चरित्र और उनका माता पिता के प्रति भाव आज भी मानव जीवन का आदर्श है। राम अपने पिता के एक वचन को निभाने के लिए सारे सुख त्याग कर वन चले गए। हमें उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए  और अपने माता पिता की आज्ञा का पालन करना चाहिए। सिद्ध श्री 108 मंदिर बाबा कांशीगिरि में आयोजित 58 वें श्री सुंदरकांड पाठ एवं भजन कीर्तन कार्यक्रम में पंडित पवन कौशिक ने यह बात कही। कौशिक ने कहा कि भगवान राम का गुणगान ही एक मात्र आधार है।

कार्यक्रम में योगेश रंजनरिंकू नंदारवि यादवलक्ष्य वर्माराजेन्द्र वधवा,बंटी बीरबल  ताराचंद भूटानी ने संगीतमय श्री सुंदरकांड पाठ का गायन किया। हनुमान जी के भजनों की प्रस्तुति दी। विश्राम पर आरतीप्रसाद वितरण के उपरांत श्रद्धालुओं ने बाबा का आशीर्वाद लिया। इस अवसर पर वीके शर्माप्रदीप काठपालियामनोज चुघप्रिंस ,ध्रुव,आंचल सेठीविकास नरूलाअनिल छाबड़ा,वेद बहलसूबे सिंहधीरज वर्माजगदीश छाबड़ा,नरेंद्र पाहवा सहित महिलाएं भी उपस्थित रहीं।