डेंगू, चिकनगुनिया व मलेरिया फैलने से रोकने के लिए बरतें सावधानियां : एडीसी

एडीसी जगनिवास ने जिला मलेरिया वर्किंग कमेटी की बैठक में सभी विभागों को दिए दिशा-निर्देश
झज्जर, 18 जून।

मानसून के आगमन के साथ ही बदलते मौसम में डेंगू, चिकनगुनिया व मलेरिया जैसी मच्छर व जल जनित बीमारियां फैलने का अंदेशा बना रहता है। यह सभी बीमारियां भी घातक है और जानलेवा भी साबित हो सकती हैं। ऐसे में जरूरी है कि इन बीमारियों से बचाव को लेकर पहले से ही आवश्यक कदम उठाए जाएं। यह निर्देश एडीसी जगनिवास ने दिए। वे शुक्रवार को लघु सचिवालय कांफ्रेंस हाल में जिला स्तरीय मलेरिया वर्किंग कमेटी की मीटिंग में अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दे रहे थे ।
एडीसी जगनिवास ने बैठक में संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि मलेरिया व डेंगू रोकथाम के लिए सभी विभाग अपने-अपने विभागों से संबंधित कार्यों को गंभीरता से करें। उन्होंने बताया कि पिछले कुछ वर्षों में मलेरिया के मामलों में कमी आई है। कोरोना महामारी के दौर में भले ही इन जल जनित बीमारियों में कमी आई लेकिन फिर भी हमें सावधानी रखनी है और स्वास्थ्य सुरक्षा के मद्देनजर समय और व्यापक प्रबंध सुनिश्चित करने हैं। उन्होंने बैठक में नगर निकाय के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह शहरी क्षेत्रों में फॉगिंग का कार्य लगातार करें। इसके साथ ही डीडीपीओ को भी निर्देश दिए कि वह जिला के सभी गांवों में फोगिंग का कार्य तत्परता के साथ करवाएं। एडीसी ने पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह सडक़ों में जल्द से जल्द गड्ढों की भराई करें ताकि वहां पर बरसात के समय में पानी इक_ा न हो सके। इसके साथ ही नगर निकाय व अन्य विभागों से भी उन स्थानों पर तेल डालने को कहा जहां-जहां पानी इक_ा होता है। उन्होंने रोडवेज विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह वर्कशॉप में पड़े पुराने टायरों को जल्द से जल्द निस्तारण करें और जो टायर बचे हुए हैं उनमें छेद करें ताकि बरसात का पानी उसमें न रुक सके। मीटिंग में सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि वह अपने-अपने कार्यालयों में लगे हुए कूलर कि लगातार सफाई करवाएं। एडीसी ने नगर निकाय अधिकारियों को निर्देश भी दिए कि वह स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ मिलकर चेकिंग अभियान चलाया और जहां भी मच्छरों का लारवा मिलता है वहां पर चालान अवश्य करें। उन्होंने कहा कि इस संबंध में पूरे जिला में एक जागरूकता अभियान भी चलाएं ताकि लोगों को अधिक से अधिक जागरूक किया जा सके ।
डिप्टी सीएमओ डॉ. रणबीर सिंह ने बताया कि मलेरिया फैलाने वाला एनाफिलीज मादा मच्छर खड़े पानी में पनपता है और वह रात को काटता है। मलेरिया की रोकथाम के लिए सभी लोगों को चाहिए कि वे या तो मच्छर पैदा ना होने दे और पैदा हो जाए तो उससे मच्छरदानी या मच्छर भगाने की क्रीम अथवा रिपेलेंट लगाकर स्वयं को बचाएं। इसी प्रकार डेंगू फैलाने वाला एडीज मादा मच्छर दिन में काटता है और साफ पानी में पनपता है। यह मच्छर  200 मीटर क्षेत्र में ही रहता है जिसकी वजह से एक घर में डेंगू होने पर उसके सदस्यों व आस-पास के क्षेत्रों मे डेंगू होने का खतरा बढ़ जाता है। उन्होंने कहा कि चिकनगुनिया जानलेवा नहीं है, यह वायरल बुखार की तरह ही होता है जिसमें जोड़ो में दर्द होता है। मीटिंग में उन्होंने निर्देश दिए कि लोगों को ज्यादा से ज्यादा जागरूक करें कि वह सप्ताह में एक बार कूलर के पानी को पूरी तरह खाली करके उसे सुखाएं। इसी प्रकार घर के पास टूटे हुए मटके, गमलों, फूलदानों, टायरों आदि में पानी इकट्ठा न होने दें। घर की छत पर पानी न रुकने दें। डेंगू से बचाव का एक ही तरीका है और वह है सावधानी रखना। बैठक में पावर प्रेजेंटेशन के माध्यम से नितिन गुप्ता ने विस्तार से जानकारी दी।
बैठक में डिप्टी सीएमओ डॉ. संजीव मलिक, पीओ आईसीडीएस नीना खत्री सहित सभी विभागों के अधिकारी मौजूद थे।